अवैध खनन करने वालों का होगा सामाजिक बहिष्कार

गरुड़। गोमती बचाओ अभियान से जुडे़ सिमार गांव के कार्यकर्ताओं ने लखनी पुल के नीचे हो रहे अवैध खनन करने वालों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने अवैध खनन के कारोबार में लिप्त लोगों द्वारा एकत्र किया गया दस घन मीटर रेत वन विभाग के सुपुर्द किया। सिमार के ग्रामीणों ने सार्वजनिक स्थलों पर अवैध खनन करने वालों का सामाजिक बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।
लखनी पुल के नीचे कई दिनों से अवैध खनन होने की शिकायत सिमार के ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से की थी। थाना बैजनाथ पुलिस और वन क्षेत्राधिकारी बैजनाथ द्वारा कार्रवाई न करने पर गोमती बचाओ अभियान से जुड़े लोगों को अवैध खनन करने वालों के खिलाफ मोर्चा खोलना पड़ा । गोमती बचाओ अभियान के कार्यकर्ताओं ने रविवार की देर सांय लखनी पुल के नीचे अवैध खनन के कारोबार में लिप्त लोगों द्वारा एकत्र किया दस घन मीटर रेत अपने कब्जे में लेने के अलावा अवैध खनन करने वालों को सिमार-बागेश्वर मोटर मार्ग में दौड़ाया। नदी बचाओ अभियान से जुड़े लोगों ने बताया कि कुछ सफेदपोश नेता स्थानीय ग्रामीणों से पुल के नीचे अवैध खनन लंबे समय से करा रहे थे। अवैध खनन के चलते पुल के नीचे भारी गड्ढे बन गए हैं। गोमती बचाओ अभियान समिति के कार्यकर्ता और सिमार गांव के पंचायत सदस्य राजेंद्र सिंह भरड़ा, जैसर के पूर्व क्षेपं सदस्य गोपाल सिंह कोरंगा, गोपाल सिंह ने बताया कि पुल के नीचे अवैध खनन रोकने की मांग की गई लेकिन खनन बंद नहीं हुआ। रेत कब्जे में लेने की सूचना डीएफओ बागेश्वर डीएस मीणा को दी। डीएफओ ने उसी समय वन क्षेत्राधिकारी बैजनाथ को निर्देश दिए कि रेत को सीज करें। वन क्षेत्राधिकारी ने बताया कि अवैध खनन करने वालों पता लगने के बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

Related posts